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धरातल के सबसे चतुर इंसान भगवान जी के प्रवचनों को व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के माध्यम से भाटी साहब को दिए गए आशीर्वाद को नकार कर हम मनुष्य 5G मोबाइल के उसे युग में पहुंच गए हैं जहां ट्रेनिंग तो मोबाइल से ही होती हैऑनलाइन एग्जामिनेशन भी गूगल डॉक्यूमेंट से होता है तो चुनाव धंधा पारंपरिक पेटी बीवीपेट कंट्रोल यूनिट वैलेट पेपरके बजाय ऑनलाइन करने से कम से कम नक्सलियों का 12 नवंबर 2023 को चुनाव के बहिष्कार का षड्यंत्र नेस्तनाबूद किया जा सकता है . कथन करता भाटि साहब पीठासीन अधिकारी विधानसभा क्रमांक 88 साबरमती ... इस कहानी में यह लोचा बाबा साहब रीना कंगाली पूरे छत्तीसगढ़ की निर्वाचन अधिकारी को भी समझ में नहीं आ रहा है कि उनके जिस कर्मचारियों ने 15 साल पहले अपने व्यक्तित्व और कृतित्व के माध्यम से सुकमा कोंटा रोड बनाने का न सिर्फ ठेका लिया बल्कि बिना वेतन कारागार में कैद होने के बावजूद भी न सिर्फ रोड बल्कि भानु प्रतापपुर से केवटी साबरमती रोकेल भद्राचलम रेल सेवा बनाकर बताई है, मैग्नेट इंजन बनाकर बताया है उस आविष्कारक को मामूली उप अभियंता पद धारण होने के बावजूद पूरे विधानसभा क्रमांक 88 का पीठासीन अधिकारी ( प्रेसिडिंग ऑफीसर ) क्यों किसने कब कहां और कैसे बना दियाऔर जब सिंगल पर्सन बटालियन को चुनाव धंधा करने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है और उसने बाकायदा जिम्मेदारी ग्रहण भी कर ली है तो अभी चुनाव धंधे में एक हफ्ते से ज्यादा समय बाकी हैऔरऑनलाइन चुनाव करा कर ही लुगाइयों की चुनाव धंधे में छती को रोका जा सकता है .. गौर तलब है कि वैसे भी वोटिंग 70 से 80% होती है किंतु अगर ऑनलाइन वोटिंग होती है तो डुप्लीकेट मतदाता प्रोक्सी वोटर अभ्यावेदित मत और चुनाव धंधे में दारू धंधा खत्म हो जाएगाऔर कम से कम लोकतंत्र के प्रथम पायदान को चुनने के लिए निष्पक्ष मतदान तो हो सकेगा । धन्यवाद

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चुनाव धंधा पारंपरिक पेटी बीवीपेट कंट्रोल यूनिट वैलेट पेपरके बजाय ऑनलाइन करने से कम से कम नक्सलियों का 12 नवंबर 2023 को चुनाव के बहिष्कार का षड्यंत्र नेस्तनाबूद किया जा सकता है . अगर ऑनलाइन वोटिंग होती है तो डुप्लीकेट मतदाता प्रोक्सी वोटर अभ्यावेदित मत और चुनाव धंधे में दारू धंधा खत्म हो जाएगाऔर कम से कम लोकतंत्र के प्रथम पायदान को चुनने के लिए निष्पक्ष मतदान तो हो सकेगा । धन्यवाद  धरातल के सबसे चतुर इंसान भगवान जी के प्रवचनों को व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के माध्यम से भाटी साहब को दिए गए आशीर्वाद को नकार कर हम मनुष्य 5G मोबाइल के उसे युग में पहुंच गए हैं जहां ट्रेनिंग तो मोबाइल से ही होती हैऑनलाइन एग्जामिनेशन भी गूगल डॉक्यूमेंट से होता है तो चुनाव धंधा पारंपरिक पेटी बीवीपेट कंट्रोल यूनिट वैलेट पेपरके बजाय ऑनलाइन करने से कम से कम नक्सलियों का 12 नवंबर 2023 को चुनाव के बहिष्कार का षड्यंत्र नेस्तनाबूद  किया जा सकता है . कथन करता भाटि  साहब पीठासीन अधिकारी विधानसभा क्रमांक 88 साबरमती  ... इस कहानी में यह लोचा बाबा साहब रीना कंगाली पूरे छत्तीसगढ़ की निर्वाचन अधिकारी को भी...